- रेखांकित है हाथो की रेखा
- जाने इन मे कितना संघर्ष छुपा
- शंकित नही की वह पार न कर पाये
- ये तो है हमारे कर्मों से बँधा !
यहाँ प्रस्तुत सभी शब्द और भाव पूर्व में प्रकाशित है समूह " 3 पत्ती - तीन शब्दों का अनूठा खेल" में https://www.facebook.com/groups/tiinpatti/
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