[ कुसुम शर्मा जी द्वारा दिए तीन शब्द आंसू, दर्द, मोहब्बत और मित्रो के भाव ]
कुसुम शर्मा
आँखों में आंसू होठो पे हंसी क्या चीज मोहब्बत होती है,
है दर्द मगर मीठा सा बस ऐ ही मोहब्बत होती है !!
Bahukhandi Nautiyal Rameshwari
दर्द में बहे ये आंसू, मोहब्बत में बहे ये आंसू ।
फर्क इतना जितना जाम में पानी, और समंदर में पानी
अलका गुप्ता
हमारी मोहब्बत में कुछ ऐसी बात हो |
दर्द एक को और दूजे को ..अहसास हो |
मिल-जुल बाटें ...हंसी-ख़ुशी गम सारे ....
एक दूजे से मिल आंसू भी एक सौगात हो ||
दिनकर बडथ्वाल
उनकी मोहब्बत में दर्द ही दर्द तमाम मिला है हमें –
आंसू मिले हैं तोहफे में ग़मों का इनाम मिला है हमें
Virendra Sinha Ajnabi .
अब, जबकि तेरे आंसू, मेरे दर्द की तस्दीक करने लगे हैं,
लोग कह रहें हैं कि हम और तुम मोहब्बत करने लगे हैं
नैनी ग्रोवर
दर्द मोहब्बत के, जब जब उठते है सीने में,
बनके आँसू बहने लगते हैं, तेरी यादों के साए ..!!
प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल ....
आंसू जो निकले उन्हें समेट लेना, दर्द बयाँ महफ़िल में न करना
मोहब्बत में जो मिला 'प्रतिबिम्ब' इसमें जीने का बहाना ढूंढ लेना
यहाँ प्रस्तुत सभी शब्द और भाव पूर्व में प्रकाशित है समूह " 3 पत्ती - तीन शब्दों का अनूठा खेल" में https://www.facebook.com/groups/tiinpatti/
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